Mr. Indian hacker cemra collation and totel price

RAJENDRA GEHLOT

Mr. Indian Hacker Total camera collection

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अगर आप यूट्यूब देखते हैं और खासकर एक्सपेरिमेंट वीडियो के शौकीन हैं, तो आपने Mr. Indian Hacker का नाम ज़रूर सुना होगा। असली नाम है दिलराज सिंह रावत, और ये राजस्थान के अजमेर के रहने वाले हैं। इनका चैनल किसी टेक्निकल लैब से कम नहीं है—जहां हर दिन कुछ नया और धमाकेदार होता रहता है। लेकिन इनकी असली ताकत सिर्फ आइडियाज़ नहीं, बल्कि वो शानदार कैमरा कलेक्शन है जो हर एक एक्सपेरिमेंट को एकदम फिल्मी अंदाज़ में कैद करता है।

आज हम आपको उनके कैमरों की पूरी कहानी बताएंगे—कौन-कौन से कैमरे हैं, कितने के हैं, किसके क्या फीचर्स हैं, और क्यों ये कैमरे इनके चैनल को इतना शानदार बनाते हैं। यकीन मानिए, पढ़ते-पढ़ते आपको भी कैमरा खरीदने का मन कर सकता है (और हां, कुछ की कीमत सुनकर आपके होश भी उड़ सकते हैं!)

Canon 80D – भरोसेमंद और परफेक्ट स्टार्ट

Canon 80D एक ऐसा कैमरा है जिसे कई क्रिएटर्स अपने करियर की शुरुआत में चुनते हैं। इसकी खासियत है इसका कलर सेंस और डिटेल कैप्चर करने की क्षमता। Mr. Indian Hacker ने भी इसका इस्तेमाल कई वीडियो में किया है।

  • Dual Pixel Autofocus – मतलब ऑटोफोकस इतनी स्मूद कि शूट के बीच में भी सबकुछ शार्प दिखे।
  • 24.2 मेगापिक्सल सेंसर – डिटेल में कोई कमी नहीं।
  • फ्लिप स्क्रीन – व्लॉगिंग और सेल्फ शूट के लिए परफेक्ट।

Canon 80D भले ही हाई-एंड नहीं है, लेकिन ये एक भरोसेमंद वर्कहॉर्स है, जिसने चैनल के शुरुआती वीडियो में कमाल किया।

Sony A73 – शानदार लो-लाइट मास्टर

कीमत करीब ₹1,21,990। Sony A73 लो-लाइट में शूटिंग के लिए एकदम बेस्ट है। कई बार इनके वीडियो रात में होते हैं, जहां सिर्फ स्ट्रीट लाइट या कम रोशनी होती है—ऐसे में ये कैमरा जादू दिखाता है।

  • Full Frame Sensor – लो-लाइट में भी नॉइज़ कम।
  • 4K वीडियो रिकॉर्डिंग – क्लियर और शार्प विजुअल्स।
  • 693 Autofocus Points – तेज़ और सही फोकस।

Sony A7S3 – चार गुना पावर

अब आते हैं असली गेम चेंजर पर—Sony A7S3। कीमत ₹2,88,990 और दिलराज के पास ये सिर्फ एक नहीं, बल्कि चार-चार हैं। जी हां, चार कैमरे, ताकि मल्टी-एंगल शूटिंग एकदम प्रोफेशनल लेवल पर हो सके।

  • 12MP फुल-फ्रेम सेंसर – कम रोशनी में भी शानदार परफॉर्मेंस।
  • 120fps पर 4K रिकॉर्डिंग – स्लो मोशन का मज़ा।
  • बेहतरीन डायनामिक रेंज – डिटेल कभी मिस नहीं होती।

आपने उनके वीडियो में जब भी अलग-अलग एंगल से शूटिंग देखी होगी, समझ जाइए कि ये चारों A7S3 उस मैजिक के पीछे हैं।

Super Slow Motion Camera – ₹20 लाख का अद्भुत हथियार

20 लाख रुपये वाला कैमरा सुनकर ही समझ आ जाता है कि ये कोई आम मशीन नहीं है। ये कैमरा अल्ट्रा हाई फ्रेम रेट पर शूट कर सकता है, मतलब वो चीजें जो आंखों से दिखते ही खत्म हो जाती हैं, ये कैमरा उन्हें धीमा करके दिखा देता है।

उदाहरण के तौर पर—गुब्बारे का फटना, पानी के छींटे, या किसी चीज़ का टुकड़ों में बिखरना—ये सब इतने स्लो मोशन में कैद होता है कि आपको हर एक डिटेल दिख जाती है।

Sony FX9 – सिनेमा का राजा

कीमत करीब ₹13,94,990। ये कैमरा पूरी तरह से फिल्म-लेवल प्रोडक्शन के लिए है।

  • 6K सेंसर – अल्ट्रा डिटेल और कलर एक्यूरेसी।
  • हाई डायनामिक रेंज – हर शॉट में डीप शैडोज़ और ब्राइट हाइलाइट्स।
  • Modular Design – अलग-अलग शूटिंग सेटअप के लिए कस्टमाइज़।

इसी FX9 से कई वीडियोज़ में आपको वो सिनेमैटिक लुक मिलता है, जो बड़े बजट की फिल्मों में देखने को मिलता है।

लेंस का खज़ाना

कैमरे जितने अच्छे हों, बिना सही लेंस के उनका मैजिक अधूरा है। Mr. Indian Hacker के पास कई हाई-क्वालिटी लेंस हैं, जिनकी कीमत सुनकर आपका कैमरा खरीदने का प्लान एकदम बदल सकता है:

  • 50mm f1.4 – पोर्ट्रेट्स और ब्लर बैकग्राउंड के लिए परफेक्ट।
  • 16-35mm f2.8 – ₹2,38,990 – वाइड-एंगल शॉट्स के लिए।
  • 12-24mm f2.8 – ₹2,60,990 – अल्ट्रा वाइड व्यू।
  • 70-200mm f2.8 – ₹1,70,990 – ज़ूम शॉट्स के लिए।
  • 35mm f1.4 – ₹1,64,990 – लो लाइट और बोकेह इफेक्ट।
  • 50mm f1.8 – ₹25,990 – बजट में बेहतरीन पोर्ट्रेट लेंस।
  • Sony Macro 90mm f2.8 – ₹65,990 – क्लोज़-अप डिटेल शॉट्स।
  • Samyang 14mm f2.8 – ₹58,890 – वाइड लैंडस्केप के लिए।
  • Sigma 18-35mm f1.8 – ₹80,000 – वीडियो शूटर का फेवरेट।
  • Sony 24mm f1.4 GM – ₹1,37,990 – प्रीमियम वाइड-एंगल प्राइम।

और हां, इनके पास इससे भी ज्यादा लेंस हैं, जो अलग-अलग शूटिंग जरूरतों के लिए इस्तेमाल होते हैं।

डैमेज और रिपेयर – एक्सपेरिमेंट्स का असर

इतने सारे कैमरे और लेंस का इस्तेमाल रोज़ाना होता है, और एक्सपेरिमेंट इतने खतरनाक होते हैं कि नुकसान होना तय है।

  • Sony A7S3 – एक यूनिट डैमेज (कीमत कन्फर्म नहीं)।
  • 16-35mm लेंस – ₹2,38,990 का नुकसान।
  • Canon 200D + 10-18mm लेंस – डैमेज।
  • GoPro कैमरे – 8 यूनिट्स, कई बार टूट-फूट।
  • UV Filters – 11 यूनिट्स, टोटल ₹1,10,000

एक्स्ट्रा गियर – माइक, ड्रोन और कैमरा स्टैंड

कैमरे और लेंस के अलावा इनके पास प्रोफेशनल माइक, हाई-एंड ड्रोन, और कई तरह के कैमरा स्टैंड हैं। ड्रोन से ली गई एरियल शॉट्स और स्मूद ट्रैकिंग शॉट्स, इनके वीडियोज़ को और भी मजेदार बना देते हैं।

और ये तो बस शुरुआत है…

कैसे बनते हैं Mr. Indian Hacker के वीडियो इतने खास?

आपने गौर किया होगा कि Mr. Indian Hacker के वीडियो सिर्फ आइडिया के कारण हिट नहीं होते, बल्कि उनकी क्वालिटी भी कमाल की होती है। कई बार लोग कमेंट में लिखते हैं – “भाई, वीडियो तो मूवी जैसा लग रहा है।” और यह सब संभव होता है इनके प्रोफेशनल कैमरा सेटअप की वजह से।

चलिए आपको पीछे के सीन में ले चलते हैं—जहां हर शॉट के पीछे एक सोची-समझी प्लानिंग होती है।

Multi-Angle Magic – चार कैमरों का खेल

मान लीजिए कोई एक्सपेरिमेंट हो रहा है—जैसे 1000 पटाखे एक साथ फोड़ना या किसी कार को क्रेन से गिराना। ऐसे में एक कैमरा कभी भी पूरी कहानी नहीं बता सकता।

यहीं पर आते हैं चार Sony A7S3। इन्हें अलग-अलग एंगल पर लगाया जाता है:

  • एक कैमरा वाइड शॉट के लिए—ताकि पूरा सीन दिखे।
  • एक कैमरा क्लोज़-अप के लिए—जहां एक-एक डिटेल कैद हो।
  • एक कैमरा स्लो मोशन कैप्चर के लिए—ताकि धमाका या मूवमेंट धीरे-धीरे दिखे।
  • एक कैमरा सेफ्टी के लिए—अगर किसी का फुटेज खराब हो जाए, तो बैकअप रहे।

इस सेटअप से जो फुटेज बनती है, वो एडिट में मिलकर एकदम ब्लॉकबस्टर जैसी लगती है।

Super Slow Motion का जादू

अब अगर आपने इनके वीडियो में देखा हो कि कोई गुब्बारा फट रहा है, और पानी की बूंदें हवा में तैरती नजर आ रही हैं—तो वो ₹20 लाख वाला Super Slow Motion कैमरा का कमाल है।

ये कैमरा हजारों फ्रेम प्रति सेकेंड कैप्चर कर सकता है। मतलब जहां आम कैमरा एक सेकेंड में 30 फ्रेम दिखाता है, ये हजारों फ्रेम दिखा देता है। नतीजा? हर एक पल इतना डिटेल में दिखता है कि दिमाग चकरा जाए।

ड्रोन शॉट्स – आसमान से नज़ारा

कई वीडियो में आपने देखा होगा कि लोकेशन की ओपनिंग शॉट्स आसमान से ली गई होती हैं। ये काम ड्रोन कैमरे करते हैं।

ड्रोन सिर्फ लोकेशन दिखाने के लिए ही नहीं, बल्कि चल रहे एक्सपेरिमेंट के दौरान भी हवा में उड़ते हुए Bird’s Eye View देते हैं। जैसे, अगर कोई कार ट्रैक पर दौड़ रही है और अचानक फट जाती है, तो ड्रोन ऊपर से पूरा सीन कैद कर लेता है।

लाइटिंग का खेल

कैमरे जितने भी अच्छे हों, बिना सही लाइटिंग के उनका जादू अधूरा है। Mr. Indian Hacker के शूटिंग स्पॉट्स पर अलग-अलग तरह की लाइटिंग का इस्तेमाल होता है—

  • Softbox Lights – इंटरव्यू या इंट्रो शूट के लिए।
  • Portable LED Panels – आउटडोर लोकेशन पर।
  • Spot Lights – किसी खास ऑब्जेक्ट को हाइलाइट करने के लिए।

लाइटिंग से न सिर्फ वीडियो की क्वालिटी बढ़ती है, बल्कि देखने में भी ज्यादा मजा आता है।

लेंस बदलने की कला

आपको ये जानकर हैरानी होगी कि एक वीडियो के बीच में भी कई बार लेंस बदले जाते हैं।

उदाहरण के लिए—अगर किसी चीज़ का क्लोज़-अप लेना है, तो 90mm Macro Lens लगाते हैं। लेकिन जैसे ही वाइड शॉट चाहिए होता है, तुरंत 16-35mm f2.8 या 12-24mm f2.8 पर स्विच कर लेते हैं।

ये काम इतना तेज़ और प्रैक्टिस से होता है कि शूट का फ्लो कभी टूटता नहीं।

एक्सपेरिमेंट्स में डैमेज का खतरा

इतने खतरनाक और हैवी एक्सपेरिमेंट में कैमरा गियर का नुकसान होना आम बात है। कई बार धमाके या गिरने से लेंस टूट जाते हैं, कैमरे पर खरोंच आ जाती है, या कभी-कभी पूरी तरह से खराब हो जाते हैं।

जैसे—एक बार Sony A7S3 को एक टेस्ट में इस्तेमाल किया गया, जहां उसके पास से तेज़ गति से मलबा आया और लेंस टूट गया। कीमत? लाखों रुपये का नुकसान!

Memory Cards – छोटा लेकिन कीमती

अगर कैमरा गियर की दुनिया में “छोटा पैकेट, बड़ा धमाका” का कोई उदाहरण है, तो वो है मेमोरी कार्ड।

Mr. Indian Hacker के पास एक-एक ₹40,990 का मेमोरी कार्ड है, और ऐसे 50 कार्ड। इन पर पूरा शूट का डेटा स्टोर होता है, इसलिए इन्हें संभालकर रखना उतना ही जरूरी है जितना कैमरा।

Audio Setup – वीडियो से भी ज्यादा ज़रूरी

आपने गौर किया होगा कि इनके वीडियो में आवाज़ हमेशा क्लियर होती है, चाहे लोकेशन कितनी भी शोर-शराबे वाली हो। ये होता है प्रोफेशनल माइक और ऑडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम की वजह से।

  • Shotgun Mics – डायरेक्ट साउंड कैप्चर के लिए।
  • Lavalier Mics – इंटरव्यू या टॉकिंग सेगमेंट्स के लिए।
  • Windshields – हवा के शोर को कम करने के लिए।

सेटअप टाइम – एक वीडियो में घंटों की तैयारी

आपको लगता होगा कि बस कैमरा उठाया, शूट किया और अपलोड कर दिया। लेकिन हकीकत ये है कि एक बड़े एक्सपेरिमेंट के लिए कैमरा सेटअप में ही घंटों लग जाते हैं।

हर कैमरा सही एंगल पर, सही लेंस के साथ, सही फोकस में होना चाहिए। ड्रोन तैयार होने चाहिए, लाइटिंग सही होनी चाहिए, और ऑडियो सिस्टम एक्टिव।

एक छोटी सी गलती मतलब पूरा शॉट खराब—और फिर सब दोबारा करना पड़ेगा।

फैंस के लिए बोनस शॉट्स

कई बार दिलराज अपने फैंस के लिए एक्स्ट्रा फुटेज भी शूट करते हैं—जैसे शूट के बाद स्लो मोशन रिप्ले, बिहाइंड द सीन क्लिप्स, या फिर गियर सेटअप की झलक।

ये सब सिर्फ इसलिए, ताकि दर्शकों को वीडियो देखने का मज़ा दोगुना मिले।

और यही वजह है कि Mr. Indian Hacker का कैमरा कलेक्शन सिर्फ महंगा नहीं है, बल्कि हर कैमरे और गियर का इस्तेमाल सोच-समझकर, प्लानिंग के साथ होता है।

लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती, क्योंकि अब असली मजा आएगा जब हम उनके कुछ आइकॉनिक एक्सपेरिमेंट्स में कैमरा गियर के रोल को गहराई से समझेंगे…

आइकॉनिक एक्सपेरिमेंट्स और कैमरा गियर का कमाल

Mr. Indian Hacker के पास ऐसे-ऐसे एक्सपेरिमेंट हैं जिन्हें देखकर लोग हैरान रह जाते हैं। लेकिन असली जादू सिर्फ आइडिया का नहीं, बल्कि उस एक्सपेरिमेंट को कैप्चर करने के तरीके का भी है। चलिए, कुछ खास वीडियो और उनमें इस्तेमाल हुए कैमरा सेटअप पर नज़र डालते हैं।

1. 1000 पटाखों का धमाका

इस वीडियो में धमाके का स्केल इतना बड़ा था कि सीन को कैप्चर करने के लिए मल्टी-लेवल सेटअप तैयार किया गया।

  • वाइड शॉट के लिए – 16-35mm f2.8 लेंस वाला Sony A7S3, ताकि पूरा एरिया कवर हो सके।
  • सुपर स्लो मोशन – ₹20 लाख वाला हाई-स्पीड कैमरा, जिससे धमाके की हर चिंगारी स्लो मोशन में दिखे।
  • ड्रोन शॉट – ऊपर से पूरे धमाके का नज़ारा।

इस सेटअप की वजह से वीडियो इतना इमर्सिव बना कि देखने वाला खुद को मौके पर महसूस करे।

2. कार को क्रेन से गिराना

एक ऊंची क्रेन से कार को गिराने का सीन जितना खतरनाक था, उतना ही मजेदार।

  • क्लोज़-अप शॉट – 70-200mm f2.8 लेंस, ताकि गिरती कार के हर डिटेल कैप्चर हों।
  • स्लो मोशन – A7S3 पर 120fps, जिससे गिरने का हर पल धीमा होकर दिखे।
  • सेफ्टी कैमरे – GoPro यूनिट्स, जो कार के अंदर और बाहर लगाए गए थे।

गोप्रो फुटेज ने वीडियो में एकदम अनोखा एंगल दिया—जैसे आप खुद कार में बैठे हों।

3. 1000 बोतलों का सोडा फव्वारा

ये वीडियो इतना रंगीन और डायनामिक था कि कैमरों का सही प्लेसमेंट बहुत जरूरी था।

  • वाइड-एंगल – 12-24mm f2.8, ताकि पूरा फैलाव दिखे।
  • मैक्रो शॉट – 90mm Macro Lens, ताकि सोडा के बुलबुले और छींटे साफ दिखाई दें।
  • ड्रोन – ऊपर से पूरे पैटर्न का नज़ारा।

इस तरह के वीडियो में लाइटिंग और कलर का बैलेंस भी उतना ही जरूरी होता है, ताकि तरल पदार्थ के हर ड्रॉप की चमक बनी रहे।

कैमरा सेटिंग्स के गुप्त ट्रिक्स

अब बात करते हैं उन सेटिंग्स की, जिनकी वजह से वीडियो प्रोफेशनल दिखते हैं।

  • Manual Mode का इस्तेमाल – ऑटो मोड कभी-कभी एक्सपोज़र बिगाड़ देता है, इसलिए मैनुअल मोड में शूट करना सबसे भरोसेमंद है।
  • Shutter Speed Control – स्लो मोशन के लिए हाई शटर स्पीड, ताकि हर फ्रेम शार्प आए।
  • ND Filters – तेज धूप में शूटिंग के दौरान लेंस पर ND फिल्टर लगाकर एक्सपोज़र को बैलेंस किया जाता है।
  • Custom White Balance – हर लोकेशन के हिसाब से रंगों को सही रखना।

क्रिएटिव शॉट्स और एंगल्स

Mr. Indian Hacker टीम हमेशा नए-नए शॉट्स आज़माती रहती है।

  • POV Shots – GoPro को किसी ऑब्जेक्ट या व्यक्ति पर लगाकर, दर्शकों को फर्स्ट-पर्सन व्यू देना।
  • Ground Level Shots – कैमरे को जमीन पर रखकर, धमाके या मूवमेंट को नीचे से कैप्चर करना।
  • Reverse Slow Motion – स्लो मोशन फुटेज को रिवर्स करके दिखाना, जिससे सीन और भी सिनेमैटिक लगे।
  • Time-lapse – लंबे सेटअप या सूरज ढलने के सीन को टाइम-लैप्स में दिखाना।

एडिटिंग में कैमरा फुटेज का मैजिक

कैमरे से बढ़िया फुटेज मिलना ही काफी नहीं है—उसे सही तरीके से एडिट करना भी उतना ही जरूरी है।

  • कलर ग्रेडिंग – ताकि सभी कैमरों का फुटेज एक जैसा दिखे।
  • मल्टी-कैम एडिट – अलग-अलग एंगल के शॉट्स को सिंक करना।
  • स्लो मोशन हाइलाइट – एक्सपेरिमेंट के सबसे इंटेंस मोमेंट्स को स्लो मोशन में डालना।

यही वजह है कि इनके वीडियो सिर्फ कंटेंट से नहीं, बल्कि विज़ुअल स्टाइल से भी अलग दिखते हैं।

गियर में निवेश का असर

शुरुआत में Mr. Indian Hacker के पास सीमित गियर था, लेकिन जैसे-जैसे चैनल बढ़ा, उन्होंने हाई-क्वालिटी कैमरे और लेंस में निवेश किया। इसका नतीजा ये हुआ कि आज उनके वीडियो न सिर्फ यूट्यूब पर, बल्कि कई बार सोशल मीडिया पर वायरल हो जाते हैं, क्योंकि उनकी क्वालिटी बाकी क्रिएटर्स से कहीं आगे है।

फैंस के लिए प्रेरणा

अगर आप भी वीडियो क्रिएशन में करियर बनाना चाहते हैं, तो Mr. Indian Hacker की कहानी आपको सिखाती है कि—

  • गियर जरूरी है, लेकिन उससे भी जरूरी है उसका सही इस्तेमाल।
  • हर शॉट में सोच और प्लानिंग होनी चाहिए।
  • क्वालिटी पर समझौता नहीं करना चाहिए, चाहे इसके लिए निवेश करना पड़े।

और सबसे बड़ी बात—अगर आपका कंटेंट यूनिक है और आप उसे शानदार तरीके से प्रेजेंट करते हैं, तो दर्शक खुद-ब-खुद आपके साथ जुड़ते हैं।

निष्कर्ष

Mr. Indian Hacker का कैमरा कलेक्शन सिर्फ महंगे गियर की लिस्ट नहीं है, बल्कि ये उस जुनून और मेहनत का सबूत है जिससे उन्होंने अपने चैनल को दुनिया भर में मशहूर किया है। हर कैमरा, हर लेंस और हर एक्सेसरी उनके एक्सपेरिमेंट्स का हिस्सा बनकर एक नई कहानी कहता है।

तो अगली बार जब आप उनका वीडियो देखें, तो याद रखिए—उस एक परफेक्ट शॉट के पीछे घंटों की मेहनत, लाखों का गियर और पूरी टीम का क्रिएटिव दिमाग लगा होता है।

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