क्यों Aaj Tak, ABP News और Zee News जैसी वेबसाइटें गूगल पर टॉप रैंक करती हैं और एक नई न्यूज़ साइट कैसे मुकाबला कर सकती है?

RAJENDRA GEHLOT

क्या आपने कभी सोचा है कि जब भी आप कोई न्यूज़ गूगल पर सर्च करते हैं तो सबसे पहले Aaj Tak, ABP News, Zee News, Hindustan या The Lallantop जैसी वेबसाइट ही क्यों दिखती हैं? ऐसा क्या खास है इन वेबसाइट्स में जो बाकी न्यूज़ साइट्स को पीछे छोड़ देती हैं? चलिए आज इस पूरे राज़ से पर्दा उठाते हैं और जानते हैं कि ये टॉप वेबसाइट्स कैसे गेम जीत जाती हैं।

1. इनकी वेबसाइट का नाम और भरोसा

सबसे पहली और बड़ी वजह है इनका नाम और लोगों का भरोसा। Aaj Tak या ABP News जैसी वेबसाइटें सालों से न्यूज दे रही हैं, तो लोगों को इन पर भरोसा है। गूगल भी उन्हीं साइट्स को ऊपर दिखाता है जिन पर लोगों का भरोसा हो। यही वजह है कि इनकी वेबसाइट का "डोमेन अथॉरिटी" बहुत ज्यादा होता है यानी गूगल को लगता है कि ये साइट भरोसेमंद है।

2. हर वक्त न्यूज़ अपडेट करना

इन वेबसाइट्स पर हर घंटे कुछ ना कुछ नया आता रहता है। चाहे रात हो या दिन, ये लगातार खबरें अपडेट करती हैं। जितना ज्यादा नया कंटेंट, उतना ज्यादा गूगल का ध्यान। और जब गूगल को लगता है कि कोई साइट लगातार ताज़ा जानकारी दे रही है, तो वो उसे ऊपर दिखाता है।

3. वेबसाइट की टेक्नोलॉजी बहुत मजबूत होती है

इनकी वेबसाइट बहुत तेज़ खुलती है, मोबाइल पर आसानी से चलती है और गूगल के लिए पढ़ना आसान होता है। इनकी वेबसाइट में खास टेक्नोलॉजी यूज़ होती है जैसे AMP (Accelerated Mobile Pages), जिससे पेज लोड होने में समय नहीं लगता। इसके अलावा गूगल को समझाने के लिए स्कीमा और स्ट्रक्चर डेटा का भी सही इस्तेमाल होता है।

4. बैकलिंक यानी दूसरी वेबसाइट्स से लिंक मिलना

जब बड़ी-बड़ी वेबसाइट्स किसी और साइट का लिंक देती हैं, तो गूगल को लगता है कि वो साइट काम की है। Aaj Tak, Zee News जैसी साइट्स को हजारों बैकलिंक मिलते हैं – सरकारी साइट्स, कॉलेज, बड़े ब्लॉग्स से। इससे उनकी रैंकिंग और भी मजबूत हो जाती है।

5. कीवर्ड और ऑन-पेज SEO का जबरदस्त इस्तेमाल

हर खबर को गूगल पर सही से दिखाने के लिए टाइटल, डिस्क्रिप्शन, हेडिंग, इमेज के ALT टैग, और URL का सही इस्तेमाल करना जरूरी होता है। ये सब चीजें ये वेबसाइट्स बड़ी बारीकी से करती हैं। जैसे किसी खबर का URL कुछ इस तरह होता है – https://aajtak.in/india-news/pm-modi-speech-live – जिसमें कीवर्ड और खबर दोनों साफ दिखते हैं।

6. पढ़ने में आसान डिज़ाइन

The Lallantop जैसी साइट्स का डिज़ाइन बहुत ही सिंपल और क्लीन होता है। न तो बहुत ऐड्स होते हैं और न ही बहुत झंझट। हर चीज़ साफ-साफ दिखती है – हेडलाइन, वीडियो, कमेंट, शेयर बटन – सब कुछ एक नजर में। इससे लोग ज्यादा देर तक साइट पर टिके रहते हैं और गूगल को अच्छा सिग्नल जाता है।

7. यूज़र का अनुभव सबसे आगे

गूगल आजकल सिर्फ कंटेंट नहीं, बल्कि ये भी देखता है कि किसी वेबसाइट पर लोग कितनी देर रुकते हैं, उसे कितना स्क्रॉल करते हैं, और दुबारा उस साइट पर आते हैं या नहीं। इन टॉप साइट्स की सबसे बड़ी ताकत यही है – वे अपने यूज़र को एक अच्छा अनुभव देती हैं। वेबसाइट तेज़ है, कंटेंट क्लियर है और पढ़ने में मज़ा आता है।

8. सोशल मीडिया से ट्रैफिक

Aaj Tak, ABP News और The Lallantop के यूट्यूब चैनल्स और फेसबुक पेज पर लाखों फॉलोअर्स हैं। जब वे कोई वीडियो या पोस्ट शेयर करते हैं, तो हजारों लोग उस लिंक पर क्लिक करके उनकी वेबसाइट पर पहुंचते हैं। गूगल ये देखता है कि कौन सी साइट को बाहर से भी ट्रैफिक मिल रहा है – और ऐसे में उनकी रैंक और बढ़ जाती है।

तो कुल मिलाकर बात ये है कि इन वेबसाइट्स की जीत सिर्फ नाम की वजह से नहीं है, बल्कि हर लेवल पर इनकी स्ट्रैटजी बहुत मजबूत होती है – कंटेंट, टेक्नोलॉजी, डिज़ाइन, और यूज़र एक्सपीरियंस। यही वजह है कि कोई भी न्यूज सर्च करो, सबसे पहले इन्हीं के नाम सामने आते हैं।

अभी तक आपने जाना कि क्यों Aaj Tak, ABP News, Zee News जैसी वेबसाइटें गूगल पर हमेशा टॉप पर दिखाई देती हैं। अब सवाल उठता है कि ये वेबसाइट्स आखिर कमाती कैसे हैं? और इनके पीछे कौन-कौन सी टीमें काम करती हैं? क्या आम लोग भी इनकी तरह न्यूज़ वेबसाइट बनाकर कुछ बड़ा कर सकते हैं?

1. इनकी कमाई के मुख्य रास्ते

ये वेबसाइटें करोड़ों रुपये महीनों में कमाती हैं। लेकिन कमाई सिर्फ गूगल एडसेंस से नहीं होती। इनके पास कमाई के कई ज़रिए होते हैं:

  • गूगल एडसेंस और प्रोग्रामेटिक ऐड्स: जब आप इनकी वेबसाइट पर न्यूज पढ़ते हैं, तो बीच-बीच में ऐड्स दिखते हैं। ये ऐड्स गूगल या दूसरी कंपनियों से आते हैं और हर क्लिक या व्यू पर इन्हें पैसा मिलता है।
  • ब्रांड पार्टनरशिप और स्पॉन्सर्ड कंटेंट: कई बड़ी कंपनियां इनसे कहती हैं कि उनकी प्रोडक्ट या सर्विस के बारे में एक न्यूज या लेख लिखा जाए। बदले में ये वेबसाइटें हजारों या लाखों रुपये लेती हैं।
  • वीडियो प्ले पर ऐड: जैसे ही आप The Lallantop या ABP News का वीडियो प्ले करते हैं, उसके पहले एक ऐड आता है। वो भी उनकी कमाई का हिस्सा होता है।
  • इवेंट्स और वेबिनार्स: कई बार ये पोर्टल ऑनलाइन या ऑफलाइन इवेंट्स करते हैं—जैसे 'संपादक से मिलिए' या 'चुनाव चर्चा'—जहां स्पॉन्सर पैसा देते हैं।
  • मेम्बरशिप और ऐप्स: कुछ साइट्स अब प्रीमियम मेंबरशिप भी देने लगी हैं, जैसे Moneycontrol Pro। यहां एक्सक्लूसिव कंटेंट के लिए यूजर हर महीने पैसे देते हैं।

2. इनकी टीम का स्ट्रक्चर कैसा होता है?

ये वेबसाइट्स कोई एक-दो लोग मिलकर नहीं चलाते। इनके पीछे पूरी एक मीडिया कंपनी होती है जिसमें कई टीमें होती हैं:

  • रिपोर्टिंग टीम: ग्राउंड रिपोर्टर्स जो फील्ड में जाकर खबर लाते हैं।
  • डेस्क टीम: जो खबरें लिखती है, एडिट करती है और SEO फ्रेंडली बनाती है।
  • SEO और टेक्निकल टीम: जो वेबसाइट को तेज़, सुरक्षित और मोबाइल फ्रेंडली बनाती है।
  • सोशल मीडिया टीम: जो हर खबर को फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर शेयर करती है।
  • बिजनेस और मार्केटिंग टीम: जो क्लाइंट्स से डील करके स्पॉन्सरशिप लाती है।

इस तरह हर खबर को सिर्फ लिखना ही नहीं, उसे टेक्निकली और मार्केटिंग के हिसाब से भी ट्यून करना पड़ता है ताकि वो रैंक करे और कमाई भी हो।

3. क्या कोई नया ब्लॉगर भी इसमें कुछ कर सकता है?

ये सबसे दिलचस्प सवाल है – क्या Aaj Tak या Lallantop की तरह आप भी न्यूज़ वेबसाइट शुरू करके गूगल पर रैंक कर सकते हैं? जवाब है – हां, लेकिन कुछ शर्तों के साथ:

  • निश टॉपिक चुनें: आप पूरे इंडिया की खबर नहीं कवर कर सकते। तो आप किसी एक राज्य, जिले या खास टॉपिक (जैसे एजुकेशन, जॉब, टेक न्यूज़) पर काम करें।
  • क्विक अपडेट करें: जब भी कोई नई न्यूज आए, तुरंत उसे लिखें और पब्लिश करें। जल्दी अपडेट करने से गूगल आपकी साइट को नोटिस करेगा।
  • कंटेंट की भाषा आम लोगों जैसी हो: आप जिस जगह के लिए लिख रहे हैं, वहां की भाषा में और आसान शब्दों में खबर दें।
  • फोटो और वीडियो का इस्तेमाल करें: सिर्फ टेक्स्ट नहीं, उसमें इमेज और वीडियो ऐड करें जिससे खबर ज्यादा दिलचस्प लगे।
  • सही SEO करें: हर खबर में सही कीवर्ड, टाइटल, डिस्क्रिप्शन, ALT टैग आदि का इस्तेमाल करें।

शुरुआत में ट्रैफिक नहीं मिलेगा लेकिन अगर आप लगातार मेहनत करते रहेंगे तो 6-8 महीनों में आपकी साइट भी रैंक करना शुरू कर देगी। और जब रैंक आएगी, तो कमाई भी होगी।

4. इन टॉप साइट्स की एक और खासियत – भरोसा बनाना

Aaj Tak या Zee News पर लोग क्यों क्लिक करते हैं? क्योंकि उन्हें भरोसा होता है कि खबर सही होगी। एक नई वेबसाइट के लिए ये सबसे मुश्किल चीज है – भरोसा बनाना। इसके लिए आपको झूठी खबरें नहीं डालनी, हर खबर की पुष्टि करनी है और एकदम सच-सच लिखना है। धीरे-धीरे लोग आपकी वेबसाइट को जानने लगेंगे और फिर गूगल भी उसे ऊपर दिखाने लगेगा।

इस भाग से आपको ये समझ आ गया होगा कि इन बड़ी वेबसाइट्स की कमाई कैसे होती है और वो कैसे काम करती हैं। लेकिन ये तो बस शुरुआत है। अब अगली बार हम जानेंगे कि एक छोटी वेबसाइट कैसे अपनी एक खास पहचान बनाकर बड़ी न्यूज़ साइट्स के सामने टिक सकती है और भविष्य में लाखों की कमाई कर सकती है।

अब तक आपने जाना कि Aaj Tak, ABP News और Zee News जैसी बड़ी वेबसाइटें कैसे हर जगह छाई रहती हैं और वो कैसे पैसे भी कमाती हैं। लेकिन अब बात करते हैं असली मुद्दे की – अगर आपके पास एक छोटी वेबसाइट है, या आप एक न्यूज़ पोर्टल शुरू करना चाहते हैं, तो क्या आप इन बड़ी साइट्स की भीड़ में अपनी जगह बना सकते हैं? जवाब है – हां, बिल्कुल बना सकते हैं। लेकिन इसके लिए एक सही सोच, सही दिशा और लगातार मेहनत की ज़रूरत होगी।

1. सबसे पहले तय करें – क्या खास है आपकी वेबसाइट में

हर दिन हजारों लोग न्यूज़ वेबसाइट शुरू कर रहे हैं, लेकिन ज़्यादातर लोग गुम हो जाते हैं क्योंकि वो भी वही कर रहे हैं जो सब कर रहे हैं। आपको कुछ अलग करना होगा। आप सोचिए – क्या आप सिर्फ अपने जिले की न्यूज़ देंगे? या सिर्फ एजुकेशन से जुड़ी? या किसी खास भाषा में? जब आप कुछ यूनिक बनाते हैं, तो गूगल को भी लगता है कि इस साइट में कुछ खास है।

2. सही तरीका अपनाएं – सस्ता तरीका नहीं

अक्सर लोग शुरुआत में सोचते हैं कि फ्री थीम लगा ली, कहीं से न्यूज़ कॉपी कर ली, थोड़ा शेयर कर दिया, बस हो गया। लेकिन गूगल को बेवकूफ नहीं बनाया जा सकता। आपको शुरू से ही ध्यान रखना होगा कि वेबसाइट तेज़ हो, मोबाइल पर अच्छे से चले, और डिज़ाइन ऐसा हो जो लोगों को पसंद आए। कंटेंट पूरा यूनिक और आपके खुद के शब्दों में होना चाहिए।

3. लोकल फोकस – सबसे आसान रास्ता

अगर आप दिल्ली, मुंबई या इंडिया लेवल की न्यूज़ कवर करने लगोगे तो आप बड़ी साइट्स से मुकाबला नहीं कर पाओगे। लेकिन अगर आप अपने गांव, जिले, तहसील या राज्य की लेटेस्ट खबरें सबसे पहले और सही तरीके से दिखाते हो, तो बहुत जल्दी गूगल आपको नोटिस करेगा। लोकल न्यूज़ के लिए अभी भी काफी जगह खाली है।

4. कंटेंट की क्वालिटी और प्रेजेंटेशन

लिखावट ऐसी होनी चाहिए जैसे आप किसी दोस्त से बात कर रहे हों। फोटो साफ-सुथरे लगाओ, वीडियो हो तो और अच्छा। टाइटल में थोड़ा इमोशन डालो, डिस्क्रिप्शन में साफ-साफ बताओ कि अंदर क्या है। और हर आर्टिकल में कुछ नया हो, जो और कहीं नहीं मिले।

5. SEO को अपना सबसे अच्छा दोस्त बनाओ

अगर आपने SEO सही से नहीं किया, तो चाहे कितनी भी मेहनत कर लो, गूगल आपको नहीं दिखाएगा। हर आर्टिकल का टाइटल, डिस्क्रिप्शन, कीवर्ड, लिंकिंग – सबकुछ ध्यान से करो। पुराने आर्टिकल्स को भी अपडेट करते रहो। और जरूरी बात – जो लोग आपकी साइट पर आएं, वो कम से कम एक-दो मिनट रुकें। तभी गूगल मानेगा कि आपकी साइट काम की है।

6. सोशल मीडिया से शुरुआत में मदद लो

आपका कंटेंट कितना भी अच्छा हो, जब तक लोग देखेंगे नहीं, तब तक रैंक भी नहीं करेगा। इसलिए शुरुआत में फेसबुक, व्हाट्सएप ग्रुप, यूट्यूब, इंस्टाग्राम पर खबरें शेयर करो। वीडियो बनाओ, रील बनाओ, पोस्ट बनाओ – और हर जगह अपनी साइट का लिंक डालो। इससे गूगल को भी दिखेगा कि आपकी साइट एक्टिव है और बाहर से ट्रैफिक ला रही है।

7. लगातार बने रहो – यही सबसे बड़ी ताकत है

अक्सर लोग 1–2 महीने काम करते हैं, जब ट्रैफिक नहीं आता तो छोड़ देते हैं। लेकिन असली रैंकिंग तब मिलती है जब आप 6 से 12 महीने लगातार बिना रुके काम करते हो। गूगल तब भरोसा करता है जब उसे लगता है कि ये वेबसाइट लंबे समय तक बनी रहने वाली है।

8. धीरे-धीरे टीम बनाओ, एकदम प्रोफेशनल बनो

जैसे-जैसे आपकी वेबसाइट पर ट्रैफिक बढ़े, आप थोड़ा पैसा कमाने लगो, वैसे-वैसे अपनी टीम बढ़ाओ – एक अच्छा कंटेंट राइटर, एक वीडियो एडिटर, एक टेक्निकल बंदा और एक सोशल मीडिया एक्सपर्ट। इससे आपका काम और भी प्रोफेशनल लगेगा और गूगल को भी भरोसा बढ़ेगा।

9. गूगल न्यूज और डिस्कवरी में साइट जोड़ो

अगर आपकी साइट न्यूज़ से जुड़ी है, तो उसे Google News में सबमिट करना जरूरी है। वहां ऐप्रूवल मिल गया तो आपकी साइट और भी जल्दी रैंक करेगी। साथ ही Google Discover में आने के लिए आपको ट्रेंडिंग, यूनिक और इमेज से भरपूर कंटेंट डालना होगा।

तो कुल मिलाकर बात ये है कि आज के टाइम में Aaj Tak और Zee News जैसी बड़ी वेबसाइट्स के सामने अगर कोई टिक सकता है, तो वो वही है जो लगातार, सोच-समझकर, और यूज़र को ध्यान में रखकर काम करे। गूगल हर साइट को एक जैसा मौका देता है – फर्क सिर्फ इस बात का होता है कि कौन उस मौके का सही इस्तेमाल करता है।

अगर आप भी अपनी न्यूज़ वेबसाइट शुरू करना चाहते हैं, तो आज ही शुरुआत करें। हो सकता है 1 साल बाद लोग आपको भी एक बड़ी वेबसाइट के नाम से जानने लगें।

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